Contents
बकरा ईद कितनी तारीख को है
BAKRA EID kab hai 2021,hello इस्लामिक भाइयों पिछले दिनों हमने ईद उल फ़ित्र का त्यौहार मनाया जो की लॉक डाउन की वजह से उल्लास के साथ नहीं मनाया जा सका । abhi उसी लॉक डाउन में बकरीद 2021 या ईद उल अजहा भी मानना है वैसे तो ईद उल फ़ित्र (eid ul fitr) हिजरी सम्वत के दसवे महीने शव्वाल में मनाया जाता है और हमारी पोस्ट चूँकि इस बारे में है की eid ul adha date 2021 क्या है या बकरीद 2021 इंडिया में कब मनाई जाएगी।
bakra eid date| eid ul adha date 2021
bakra eid kab hai / bakra eid date date | Wednesday, 21 July |
bakra eid kab ki hai 2021 india me
2021 ka Bakra EID Kab Hai हिजरी सम्वत के अंतिम महीने Dhu al-Hijjah में eid ul adha (bakra eid) मनाई जाती है । अभी इसकी निर्धारित तिथि तो नहीं बताई जा सकती परन्तु बकरीद Dhu al-Hijjah महीने की 10 तारीख को मनाई जाती है । अभी Dhu al-Qi’dah का महीना चल रहा है । यह महीना 10 जुलाई 2021 तारीख को पूरा होगा और अगर 10 जुलाई को चाँद दिखाई देता है तो अगला महीना Dhu al-Hijjah 11 जुलाई 2021 से शुरू हो जायेगा ।
इस महीने की 10 तारीख को बकरा ईद मनाई जाती है जो की तक़रीबन 21 जुलाई 2021 को पड़ेगी। तो हम ये कह सकते है की 2021 में 21 जुलाई 2021 को बकरा ईद INDIA में मनाई जाएगी ।EID ul adha 3 दिनों तक चलने वाला त्यौहार है। अब सायद आपके जहन में ये सवाल नहीं रहा होगा की bakra eid kab की है ।
बकरा ईद कब है?
बकरा ईद केवल इंडिया ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी इस्लामिक देशों में मनाई जाती है ।eid ul adha के दिन नमाज़ अदा की जाती है। उसके बाद क़ुरबानी दी जाती है जो बकरे या मेंढे इत्यादि की दी जाती है । क़ुरबानी उन सभी मुसलमानों पर फ़र्ज़ है जिन पर जकात फ़र्ज़ है या जो लोग आर्थिक रूप से इस काबिल है की वो क़ुरबानी कर सके।
रमजान मुबारक की फ़ज़ीलतों के बारे में जाने
bakra eid क्यों मनाई जाती है ?
बकरीद को ही ईद उल अदहा कहते है । इसे इस्लामिक लोग बड़े हर्ष से मानते हैं , इस पर क़ुरबानी दी जाती है ।kurbani से मतलब है किसी अपनी प्यारी चीज का बलिदान देना।bakra eid इब्राहिम अले सलाम से सम्बन्ध रखता है उन्हें खवाब आया की वो अल्लाह की राह में अपने प्यारे बेटे इस्माइल अले सलाम को जिबा( कुर्बान ) करे। उन्होंने इस बात का जिक्र अपने बेटे इस्माइल अले सलाम से किया। बेटे इस्माइल अले सलाम ने कहा की अब्बू अगर ये अल्लाह का हुक्म है तो मुझे कोई एतराज नहीं है आप मुझे जल्दी से जिबा कर दें।

इब्राहिम अले सलाम बिना अपनी पत्नी को बताये इस्माइल को लेकर जंगल की और चले गए उनके पास छुरी और हाथ बांधने के लिए रस्सी थी। वे जब क़ुरबानी देने लगे तो पूरी कायनात के फरिस्तों में असमंजस था की पहली बार किसी इंसान की क़ुरबानी दी जा रही है । वो भी ऐसे बेटे की जिसे बूढ़े बाप अपने बुढ़ापे के सहारे के लिए पाल पोसकर बड़ा किया हो ।
वो जैसे ही जिबा करते हैं और इस्माइल के गर्दन पर छुरी चलाते हैं और हलाल करके छोड़ देते है तो वो देखते हैं की इस्माइल एक तरफ खड़े हैं और जगह एक मेंढा हलाल हुआ पड़ा है।इसी अल्लाह के करम को याद करने के लिए सभी मुसलमान बकरीद को कुर्बानी के त्यौहार के रूप में मानते हैं
क़ुरबानी करने से पहले एक तंदरुस्त हलाल होने वाला जानवर ढूंढा जाता है क्योंकि अगर बकरा या कोई भी जानवर एक साल की उम्र से कम है, बीमार है या चोटिल है तो वो क़ुरबानी के लायक नहीं होता है । क़ुरबानी के बकरे के गोस्त को तीन बराबर के हिस्सों में बांटा जाता है उसके बाद इन तीन हिस्सों में से एक हिस्से को गरीबों और यतीमों में बाँट दिया जाता है और दूसरा हिस्सा रिश्तेदारों में बाँट दिया जाता है। आखिर में बचे तीसरे हिस्से को घर में रखा जाता है।
ismail ali salam कौन थे ?
ismail ali salam पैगम्बर मुहम्मद साहब के खानदान से माने जाते हैं । इनके वालिद का नाम अब्राहम अली सलाम था। इन्होने दिन ए इस्लाम को बुलंदियो पर ले जाने के लिए काम किया । ये अल्लाह के अहकामात के पाबंद थे। इन्हे इस्लाम के अलावा यहूदी और क्रिस्टन लोगों में भी माना जाता है वे लोग इन्हे इसाक के नाम से मानते है ।
मुझे उम्मीद है की आपको मेरा पोस्ट “2021 में bakra eid कब ki hai | eid ul adha date 2021″ अच्छा लगा होगा और आपने इसे पूरा पढ़ा होगा । किसी भी तरह की जानकारी के लिए कमेंट जरूर करें ।
आपने ने बकरीद का बहुत अच्छ जानकारी दिया है. आप मेरे मार्गदर्शक हैं. आपको देखकर मैं ब्लॉगिंग शुरू किया है.
this is amazing article keep it up thanks for this great article